Wednesday 24 September 2014

निकम्मी पंजाब पुलिस |


5 महीने पहले अपहरण हुए नाबालिक लड़की के अपराधियों को पंजाब पुलिस पकड़ने में नाकाम , और इन अपराधियों का सहयोग लुधियाना  पुलिस के A.S.I सोमनाथ कर रहें हैं।



इस मामले से सम्बंधित जानकारी इस लिंक पर मौजूद है

http://www.bvbja.com/EmailReply.aspx?Pg=341&Rnd=12521612071891420691130120

इस मामले से सम्बंधित सारे एफिडेविट  इस लिंक पर मौजूद है

http://www.bvbja.com/Ws_AdminState.aspx?ludhiana

इस मामले की F.I.R  10 /04 /2014 को थाना बस्ती जोधेवाल  लुधियाना में दर्ज हुई और  F.I.R N o. .107  है ।



निर्भया कांड दोहराने की कोशिश करती लुधियाना पुलिस
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देश में हो रही उथल-पुथल पर अगर नज़र डालें तो यह साफ नज़र आ रहा है कि अगर आप में आर्थिक शक्ति हो तो दिन को भी रात करने व कहलवाने में सफल हो जायेंगे| आर्थिक शक्ति के महाबलियों के सामने आम जनता कीड़े-मकौड़ों के समान है, उनके द्वारा अपना जलवा दिखाने पर अगर सड़कों पर खून की नदियाँ भी बह जायें तो उन्हें परवाह नहीं| यह वो लोग हैं जो अधिकांशतः राजनैतिक पार्टियों के महाबली के रूप में नज़र आते हैं और इन राजनैतिक पार्टियों का उपयोग यह महाबली, जनता को और पार्टियों के कार्यकर्ताओं को आपस में लड़वाने के लिये करते हैं| इन राजनैतिक पार्टियों के शहंशाह आपस में बैठकर अपने कार्यकर्ताओं के आपसी खून-खराबे को देखा करते हैं और उन्हें बेवकूफ बनाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करते रहते हैं| दिल्ली का 16 दिसम्बर 2012 का बलात्कार काण्ड भी उसी का एक हिस्सा था जिसे इन राजनैतिक पार्टियों ने अपने स्वार्थ के लिये मीड़िया का उपयोग करके रचा था, ना कि अपने आप रचा हुआ था क्योंकि अगर अपने आप रचा हुआ होता तो उसी समय हरियाणा में 17 अनुसूचित जातियों की लड़कियों के साथ किया गया बलात्कार भी सामने आ जाता मगर वह नहीं आया क्योंकि वह सदियों से चली आ रही उस परंपरा का हिस्सा था जिसमें सवर्ण जाति के महापुरूष छोटी जातियों की महिलाओं को अपने पांव की जूती समझते थे, हैं और बलात्कार करना अपना हक समझते हैं|

अगर वह मामला उठता तो, हिन्दू धर्म के उन ठेकेदारों के चेहरे शर्मसार होते जो छोटी जातियों को अपना गुलाम समझते हैं मगर दिल्लीवाले मामले में एक मुस्लिम और कुछ गरीब हिन्दु शामिल थे| अतः इस मामले को उठाने से किसी हिन्दु उच्च जाति वाले धर्म के ठेकेदार या बलात्कारी का सिर शर्म से नहीं झुकता| परिणाम, यह मामला उठाया गया जबकि उसी वक्त दिल्ली से भी बड़े बलात्कार के मामले को किसी भी समाचार-पत्र ने उठाने की हिमाकत नहीं की| यह हाल हमारे देश के हर क्षेत्र में लगातार जारी है और गरीब या मजलूमों के मामलों को न तो वहाँ की प्रशासकीय व्यवस्था या पुलिस महकमा अहमियत देता है और ना ही वहाँ के रहनेवाले वासी अहमियत देते हैं इन मजलूमों की हालत यह होती है कि उनके क्षेत्र के जवान होते युवाओं का समूह जिन्हें अपने बाप-दादाओं से रईसी वघारने की खुली छूट मिली होती है| वे चुन-चुन कर ऐसी लड़कियों व महिलाओं को अपना निशान बनाते हैं जिन्हें कभी भी इन्साफ दिलवाने के लिये सहारा प्राप्त न हो सके|

अवारा युवा जवानी के नशे में ऐसे मदमस्त होते हैं कि वे लड़की के मामले में लड़की के साथ छेड़खानी तो करते ही हैं साथ ही जरूरत पड़ने पर उनके घरवालों पर हमला करके उन्हें प्रताड़ित भी करते रहते हैं| हद तो तब हो जाती है, जब ये किसी परिवार को एक बार नहीं बार-बार प्रताड़ित करते हैं मगर इनका कुछ भी नहीं बिगडता| कारण सिर्फ एक ही है कि, अगर यह गरीब परिवार न्याय प्राप्ति के लिये, थाने जाकर रिपोर्ट लिखाना भी चाहें तो पुलिस अफसरों को नजराना नहीं दे पाने की वजह से उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी जा पाती, जिसके परिंणामस्वरूप नज़राना ना मिल पाने की वजह से क्षेत्रीय पुलिस कभी कोई कार्यवाही आरोपी के ऊपर नहीं करती और ना ही क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था स्थापित करने का प्रयास करती है जिससे कि यह आवारा युवा अपनी हरकतों से बाज़ आ पायें और ऐसी घटनाओं को अन्जाम न दे सकें|

संगठन के पास ऐसा ही एक मामला आया है जिसमें पुलिस महकमे ने अपने क्षेत्र में कुछ इस प्रकार से आवारा युवाओं को खुली छूट दे रखी है, जहाँ वे लड़कियों के साथ बेखौफ होकर छेड़खानी तो करते ही हैं साथ ही उन्हें बन्धक भी बना लेते हैं मगर क्षेत्र की पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठे रहती है| आखिर पुलिस की निष्क्रियता की वजह से हालत यह हो जाते है और इन युवाओं का हौसला इस कदर बुलन्दी पर पहुँच जाता है कि वे उस पीड़ित नाबालिग लड़की का अपहरण करके उसे गायब कर देते हैं| जबकि गायब होने व F.I.R. दर्ज होने के बाद भी मामले की कोई तहकीकात नहीं होती है| यह शर्मनाक मामला है, लुधियाना के टिब्बा रोड़ चौकी, बस्ती जोधेवाल थाने का, जहाँ पिछले वर्ष से इन आवारा युवाओं द्वारा ऐसी हरकतें की जा रही हैं मगर उन पर पुलिस प्रशासन द्वारा ना तो कोई रोकटोक लगाई जा रही है और ना ही कोई कार्यवाही की जा रही है|

इस क्षेत्र में स्थित बाज़ वाली कोठी में रहने वाला एक दबंग, गुंडा-मवाली जिसका लुधियाना में नाम विनोद वर्मा है व गांव(गांव लक्ष्मणपुर, थाना - वजीरपुर, जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश) में उसका नाम विनोद सोनी है| यह आरोपी का वह बाप है, जिसने खुद तो पहली पत्नी के गांव में होते हुये भी दूसरी को गुमराह करके(जो अपने पति के शराबी होने की वजह से आर्थिक रूप से तंगहाल हालत से गुज़र रही थी जिसके 3 बेटी व 1 बेटा है) व सुहाने सपने दिखाकर(लड़कियों की शादी करा देंगे और लड़के को अच्छा धंधा शुरू करा देंगे) लगातार शोषण जारी रखा| जब महिला को यह समझ आया कि यह इन्सान, इन्सान कहलाने के लायक तो है ही नहीं(क्योंकि वह क्षेत्र में गुंडागर्दी व गैर-कानूनी कामों में लिप्त था) तो उसने सोचा कि "अगर मैं इसके साथ लगातार रही तो मेरी जवान होती बेटियों का भी यह इन्सान शोषण कर सकता है" जिसकी वजह से इस महिला ने विनोद वर्मा के घर को छोड़ दिया|
विनोद वर्मा का आरोपी बेटा राहुल वर्मा जो क्षेत्र में "राहुल डांसर" के नाम से प्रसिद्ध है जिसकी Facebook ID https://www.facebook.com/profile.php?id=100004441903752&fref=ts है| इसने व इसके साथियों ने पिछले वर्ष लड़की के साथ छेड़खानी शुरू की, इसके पिता विनोद वर्मा ने इसके इस घृणित कार्य में इसका भरपूर साथ दिया| हालत यह हो गई कि इन दोनों बाप-बेटे ने मिलकर एक दिन लड़की के पिता श्री. ▅▅▅ सिंह की अनुपस्थिती में लड़की के घर पर धावा बोलकर पूरे परिवार को बंधक बना लिया और लड़की का अपहरण करने की चेष्टा की| संयोगवश लड़की का पिता घर पहुँच गया जिसकी वजह से अपहरण की यह योजना नाकाम हो गई और मामला FIR के रूप में पुलिस थाने में दर्ज हुआ| आरोपी के बाप ने लड़की के बाप से गुहार लगाकर मामले को रफा-दफा करवाया और लड़की के बाप ने लड़की की इज्जत का ध्यान रखते हुये मामले में आगे कार्यवाही नहीं की|

मगर इस आरोपी गुंडे बाप-बेटे को क्षेत्र में अपना परचम फहराने के लिये शांत बैठना मंजूर नहीं था इसलिये 3 महीने बाद वापस आरोपी राहुल ने लड़की को परेशान करना शुरू कर दिया जिसकी शिकायत लड़की के पिता द्वारा आरोपी के बाप विनोद वर्मा के पास भेजने की वजह से 7-8 दिन तो छेड़खानी रूक जाती थी मगर बाद में फिर से शुरू हो जाती थी ऐसा पीड़िता अगवा नाबालिक युवति के साथ कई बार हुआ लड़की के पिता लड़की की इज्जत की वजह से मामले को आगे नहीं बढा रहे थे| क्षेत्र में लगभग सभी निवासियों को इन घटनाओं की जानकारी पता रहती थी मगर इन गुंडे बाप-बेटे के सामने इनका विरोध करने की किसी की हिम्मत नहीं होती थी| इन गुंडे बाप-बेटे को कांग्रेस पार्टी का आर्शिवाद भी प्राप्त है, जिसकी वजह से इन गुंडे बाप-बेटे के हौसले बुलंद थे|

इस आरोपी राहुल की गुंडागर्दी व निडरता पुलिस की निष्क्रियता की वजह से इस कदर बढ गई थी कि उसने क्षेत्र की दूसरी लड़की(▅▅▅ कौर) जो कभी-कभार मोबाईल रिफिल करवाने विशाल नामक दुकानदार के पास आती थी, उस वक्त आरोपी राहुल वहाँ पहुँच जाता था और उसके साथ छेड़खानी करते हुये खुद से शादी करने के लिये धमकाता था| यह दूसरी लड़की(▅▅▅ कौर) भी एक ऐसी माँ की बेटी है जिसका पति शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट किया करता था जिससे तंग आकर माँ ने लगभग 15 वर्ष पहले ही तलाक ले लिया था और कुछ समय बाद दूसरी शादी श्री. जतिन्दर सिंह से कर ली थी जो अधिकांशतः अपने गांव में ही रहते हैं और कभी-कभार ही लड़की व उसकी माँ के पास आते हैं|

क्षेत्र में बेशर्म पुलिस इस कदर निष्क्रिय हालत में है कि, जो सबकुछ जानते-बूझते भी पीड़ितों को किसी भी प्रकार का सहयोग देने की कोशिश नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि इन माँ-बेटी को बचाने कोई नहीं आयेगा| जबकि यह निश्चित है कि, क्षेत्र में इन गुंडे बाप-बेटे द्वारा फैलाये जा रहे आतंक की खबर, खबरियों द्वारा पुलिस महकमे को अवश्य मिल जाती होगी मगर ऐसे मामले में पुलिस को किसी भी प्रकार का कोई नज़राना नहीं मिल सकता इस वजह से वे इस आतंक को रोकने के मकसद से कोई कदम नहीं उठाती है| जिसकी वजह से इस आरोपी राहुल ने दूसरी लड़की(▅▅▅ कौर) को इस कदर आतंकित व भयभीत कर दिया(लड़की का शपथ-पत्र भी साथ में संलग्न है) कि आखिर इस लड़की को मजबूर होकर आरोपी राहुल से मन्दिर में शादी करनी पड़ी(जिसकी शादी व रिसेप्शन की तस्वीरें साथ में मौजूद हैं)|

बेशर्म पुलिस विभाग की निष्क्रियता और इन गुंडे बाप-बेटे की निडरता देखिये कि उसने 9 फरवरी 2014 को दूसरी लड़की(▅▅▅ कौर) से शादी की, उसके फौरन 2-3 दिन बाद ही उसके साथ मारपीट करना भी शुरू कर दिया और उसे घर में कैदी की हालत में पहुँचा दिया, साथ ही बाकायदा पहली लड़की से छेड़खानी का कार्यक्रम आरोपी राहुल ने जारी रखा|
आरोपी राहुल ने बेशर्म क्षेत्रीय पुलिस की निष्क्रियता का भरपूर फायदा उठाते हुये पहली नाबालिग लड़की(ज्योति, जिसके पिता श्री. ▅▅▅ सिंह का शपथ-पत्र साथ में संलग्न है) का उसकी सहेली के घर जाते वक्त अपहरण कर लिया जिसकी F.I.R. तक दर्ज करने में पुलिस ने आना कानी की और लड़के को परिवार सहित भागने का पूरा मौका दिया आज लगभग डेढ महीना हो गया है, नाबालिग लड़की का कोई अता-पता नहीं है, क्षेत्रीय पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है, जिसकी वजह से दूसरी लड़की(▅▅▅ कौर) जिससे आरोपी राहुल ने जबरदस्ती शादी की थी उसे उसके ससुराल से आरोपी राहुल के बाप ने निकाल बाहर किया| परिणाम, उसे अपना सर्वस्व लुटाकर घर आकर बैठना पड़ गया है जिसकी शिकायत पुलिस में किये जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है| दोनों पीड़ितों से कहा जा रहा है कि "जब आरोपी राहुल या उसका बाप दिखाई दे तो हमें बताना, हम उसे पकड़ कर लायेंगे"| शायद शिकायत करने और पुलिस आने तक आरोपी पुलिस का इन्तजार करता रहेगा|

संबंधित मामले में शिकायत करते ही फौरन आरोपी राहुल का मोबाईल नं. Trace करते हुये उसकी जानकारी निकालकर उसे गिरफ्तार किया जा सकता था मगर यह मामला किसी वी.आई.पी. या किसी भ्रष्ट नेता का नहीं था इस वजह से क्षेत्र की बेशर्म पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी रही और कोई कार्यवाही नहीं की|

आरोपी राहुल के पिता विनोद वर्मा के फरार होने के बाद भी बेशर्म पुलिस ने कोई भी ऐसी कार्यवाही नहीं की जिससे पता चले कि यहाँ की पुलिस संविधान के प्रति ईमानदार है और अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाती है| अगर क्षेत्रीय पुलिस चाहती तो इस आरोपी राहुल व राहुल के बाप की उन तीन गाड़ियों को जब्त कर सकती थी जो इन दोनों गुंडे बाप-बेटे के नाम पर है मगर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया| इस आरोपी राहुल की माँ के नाम एक प्लॉट(गली नं. 2, प्लॉट नं. 78, न्यू कंपनी बाग, टिब्बा रोड़) भी मौजूद है वहाँ पर भी जाँच-पड़ताल करती तो इन आरोपियों के बारे में खबर मिल चुकी होती मगर ऐसा कुछ नहीं किया गया| इन मवाली बाप-बेटे ने क्षेत्र में कई लोगों से उधार ले रखा है, अगर पुलिस वास्तव में इन बाप-बेटे को पकड़ना चाहती हो उनकी भी खोज-खबर ली होती|

संगठन के पास जब यह मामला आया तो संगठन ने आरोपी राहुल व उसके बाप की जानकारी प्राप्त करने के लिये आरोपी राहुल के उन दोस्तों व पहचानवालों से बातचीत करने की कोशिश की जिसमें विशाल(जो मोबाईल का कारोबार करता है) ने बताया कि "मैं राहुल को जानता हूँ मगर मैं इस मामले में शामिल नहीं हूँ", उसने शालू और दीपक का नाम लिया, जिनसे बातचीत करने पर यह पता चला कि वे भी राहुल के दोस्त नहीं है, हाँ दीपक ने यह जरूर बताया कि राहुल के "Whats app" संदेश से उसे राहुल द्वारा अपहरण की गई नाबालिग लड़की के साथ शादी का फोटो आया था, जिसे उसने Delete कर दिया है|

इन सब से हुई बातचीत से यह साफ नजर आया कि यह लोग शुरू से(वारदात होने के काफी पहले से) आरोपी राहुल के संपर्क में हैं भले ही उसमें शामिल न हों(जो जाँच के बाद ही पता चलेगा)| यह जाँच इन लोगों के मोबाईल Detail से मालूम की जा सकती है| क्षेत्र में सागर नामक "स्कूटर मैकेनिक" भी शामिल है, जो गाडियों के लेन-देन का भी कारोबार करता है| जब संबंधित मामले में सागर से बात की गई और उसे कहा गया कि आरोपी राहुल व उसके बाप की बेची गई गाडियों की जानकारी अगर आपके पास हो तो बतायें जिससे आरोपी राहुल व उसके बाप को पकड़ा जा सके मगर उसने भी कहा कि "मुझे कुछ पता नहीं"|

सागर के मोबाईल नं. की Detail से पता किया जा सकता है कि राहुल व उसके बाप ने कब-कब बातचीत की है जिससे आरोपी राहुल को आसानी से पकड़ा जा सके| स्कूटर मैकेनिक सागर से बातचीत करने के बाद सुमित गुप्ता(Facebook Idhttps://www.facebook.com/sumit.guptaaa) का सागर के बड़े भाई के नाम से संगठन को फोन आया(यह समझ नहीं आया कि गलत पहचान देने की उसे क्या आवश्यकता थी?) उसने खुद को लुधियाना जिले के अकाली दल का Vice President बताया(जबकि जानकारी से पता चलता है कि वह कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ है, साथ ही कई दल भी बदल चुका है और यह भी पता चला है कि सुमित गुप्ता, सागर(स्कूटर मैकेनिक) का भाई भी नहीं है(क्योंकि सागर एक मुस्लिम युवक है)| जिससे साफ नज़र आ रहा है कि कहीं न कहीं ये लोग भी आरोपी बाप-बेटे के संपर्क में हैं जिसकी जानकारी इनके मोबाईल Call Detail से पता चल सकती है|

संबंधित मामले में जब आरोपी राहुल की फेसबुक ID देखी गई तो उसके तीन दोस्तों के नाम सामने आये जिन्होंने आरोपी राहुल द्वारा किये गये कारनामे, "नाबालिग लड़की के अपहरण व बलात्कार वाले मामले में उसे बधाई दी" जो यह दर्शाता है कि, क्षेत्रीय पुलिस की निष्क्रियता इन युवाओं द्वारा किस प्रकार महिलाओं की इज्जत तार-तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है| इन रईसज़ादे युवाओं के द्वारा की जा रही छेड़खानी तो इन लोगों के लिये आम बात हो गई है|

संबंधित मामले में जब क्षेत्र के बबलु कुरैशी से बातचीत की गई तो पता चला कि वह आकाली दल से जुड़ा हुआ है और बाज़ वाली कोठी के क्षेत्र में ही उसका भी कार्यक्षेत्र है उसने कहा कि "मुझे इस मामले में कुछ नहीं मालूम" जबकि क्षेत्र के बच्चे-बच्चे को इस अपहरण व बाप-बेटे के गुंडागर्दी की जानकारी है|

अगवा की गई नाबालिक लड़की के पिता श्री. ▅▅▅ सिंह द्वारा जब मामले के जाँच अधिकारी A.S.I. श्री. सोमनाथ मोब. 8146200530 से पूछा गया कि "मामले में क्या कार्यवाही हो रही है?" तो पहले तो वे फोन उठाते ही नहीं है, लगातार जब 10-12 बार फोन किया जाये तो फोन उठाने के बाद उनका जवाब रहता है कि "अभी मैं बाहर हूँ, आकर देखता हूँ" यह सिलसिला पिछले डेढ महीने से जारी है| नाबालिग लड़की के साथ क्या हो रहा होगा या क्या हुआ होगा इससे इन्हें कोई सरोकार नहीं क्योंकि यह मामला इनकी बहन, बेटी या माँ का नहीं है बल्कि एक ऐसे पीड़ित का है जो इन गुंडे-मवालियों के आतंक का शिकार लगातार होता चला आ रहा है| उसकी जेब में इन लोगों को देने के लिये कोई नज़राना तो है ही नहीं ना ही कोई भ्रष्ट नेता की सिफारिश है|

संगठन संबंधित मामले की तहकीकात व आरोपी राहुल व उसके बाप विनोद वर्मा को पकड़ने व नाबालिग लड़की को बरामद करवाने और उसको इन्साफ दिलवाने के साथ ही आरोपी राहुल की पत्नी(▅▅▅ कौर) को इन्साफ दिलवाने के लिये संबंधित विभागों में शिकायत-पत्र भेज रहा है| संगठन चाहता है कि, संबंधित मामले में पीड़ितों को इन्साफ मिले व क्षेत्रीय पुलिस की निष्क्रियता की वजह से क्षेत्र के आवारा रईसज़ादों द्वारा किये जा रहे आतंक पर रोक लगे जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और दिल्ली के निर्भया बलात्कार काण्ड जैसी पुनरावर्ती क्षेत्र में ना हो सके|
संगठन की पाठकों व सदस्यों से अपील है कि, वे संबंधित मामले में SHO Mob. 95929-14736 और Commissioner of Police Mob. 98141-14787 को फोन या SMS करें|

SMS में लिखें :
Plz. visit http://www.besharmludhianapolice.bvbja.com/ aapki nishkriya besharm police delhi ke nirbhaya kand ko dohrane ka manch bana rahi hai

धन्यवाद
सोनिका क्रांतिवीर
मोब. 09920913897
भ्रष्टाचार विरूद्ध भारत जागृति अभियान
http://www.bvbja.com/

साथ में संलग्न दस्तावेज़ः
1. पीड़िता ▅▅▅ कौर का शपथ-पत्र
2. अगवा की गई नाबालिग युवती ▅▅▅ के पिता का शपथ-पत्र
3. पिछली F.I.R.
4. नई F.I.R.
5. पीड़िता ▅▅▅ द्वारा महिला पुलिस थाने में दी गई शिकायत
6. अगवा की गई नाबालिग युवती ▅▅▅ के अपहरण की पहली नाकाम कोशिश व परिवार पर हुये हमले की कुछ तस्वीरें
6. पीड़िता ▅▅▅ कौर के विवाह व वैवाहिक स्वागत समारोह(Reception) की तस्वीरें
7. अगवा नाबालिग युवती ▅▅▅ की तस्वीर
8. आरोपी राहुल की Facebook ID की Snap-Shot (जिसमें पुलिस प्रशासन का मज़ाक उड़ाते हुये राहुल व दोस्तों द्वारा जश्न मनाने का कारनामा शामिल है)
9. अगवा की गई नाबालिग युवती ▅▅▅ की मार्कशीट

आरोपी राहुल, राहुल के परिवार, राहुल के जानकार व दोस्तों के नाम व मोबाईल नं.
• राहुल Mob. 09565787943 / 98143-33351 / 9565787943
• राहुल का पिता विनोद वर्मा Mob. 8146305520
• राहुल की बहन रेखा Mob. 8557835992
• विशाल (कामिनी टेलीकॉम) Mob. 9988995535
• शालू Mob. 9988098600
• दीपक Mob. 9569547003
• सागर (Scooter Mechanic) Mob. 9988158431
• सुमित गुप्ता Mob. 8146080561
(पताः बाज़ वाली कोठी की लाईन में, 5 नं. टॉवर लाईन के नीचे की दुकान)
• खन्ना वीडियोग्राफर: Mob.9855764844 जिसने ▅▅▅ कौर और आरोपी राहुल की शादी की तस्वीरें ली थीं (पताः बाज़ वाली कोठी की लाईन में, 5 नं. टॉवर लाईन के नीचे की दुकान)
• मणी उर्फ रोहित सैनी (Video Game) Mob. 9914381823
(पताः बाज़ वाली कोठी की लाईन में, 5 नं. टॉवर लाईन के नीचे की दुकान)